धात गिरना कैसे बंद करें? असरदार घरेलू उपाय और जड़ी-बूटियां

Dhatu rog ka illaz , Dhatu rog ki tablet

 

धात रोग जिसे अंग्रेज़ी में Spermatorrhea कहा जाता है, आज कल युवाओं में आम दिक्कत है। इसमें बिना इच्छा के और बिना कुछ किए ही बार-बार वीर्य (धात) का गिरना शुरू हो जाता है। ज्यादातर लोग इस समस्या को नज़रअंदाज कर देते हैं, लेकिन अगर यह लंबे समय तक होती हैं तो यह शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से परेशानी पैदा कर सकती है।

धात रोग के कारण

  1. नींद की कमी और मानसिक तनाव

  2. शरीर में पोषण की कमी और कमजोरी

  3. प्रजनन अंगों की कमजोरी

  4. बार-बार पेशाब के समय जलन या संक्रमण

धात रोग के लक्षण

  1. रात को सोते समय बार-बार धात गिरना

  2. पेशाब करते समय वीर्य का आना

  3. थकान और कमजोरी महसूस होना

  4. मन में चिड़चिड़ापन और आत्मविश्वास की कमी


धात गिरना कैसे बंद करें? घरेलू नुस्खे और जड़ी-बूटियां

आयुर्वेद में धात रोग का इलाज पूरी तरह संभव माना गया है। कुछ घरेलू उपाय और जड़ी-बूटियां इस समस्या को काफी हद तक कम कर सकती हैं:

  1. अश्वगंधा – यह शरीर को ताकत और ऊर्जा देती है, साथ ही धातु रोग में असरदार है।

  2. शिलाजीत – इसे प्राकृतिक ऊर्जा का स्रोत कहा जाता है, यह वीर्य की शुद्धता और गाढ़ापन बढ़ाता है।

  3. सफेद मूसली – यह प्रजनन अंगों की कमजोरी को दूर करती है और धात गिरने की समस्या कम करती है।

  4. विदारीकंद और गोखरू – यह शरीर को अंदर से मज़बूती देते हैं और यौन शक्ति में सुधार करते हैं।

  5. खान-पान में बदलाव – मसालेदार और ज्यादा ऑयली खाना कम करें। दूध, बादाम, काजू और हरी सब्ज़ियां ज़्यादा लें।

जीवनशैली में सुधार

  1. रात को समय पर सोना और अच्छी नींद लेना

  2. तनाव और चिंता से बचना

  3. योग और ध्यान करना

  4. नियमित व्यायाम और दौड़ना

अगर समय रहते इस समस्या पर ध्यान न दिया जाए तो यह पुराने धातु रोग में बदल सकती है, जिसके लिए सही आयुर्वेदिक दवा और सही सलाह ज़रूरी है।

आगे पढ़ें: धात रोग की असरदार आयुर्वेदिक दवा और टैबलेट्स के बारे में पूरी जानकारी


Comments

Popular posts from this blog

Gond Katira Side Effects: What You Need to Know Before Consuming It

Avipattikar churna benefits for skin

Shatavari Benefits for Weight Loss